format of trust deed
सार्वजनक धर्मार्थ ट्रस्ट के लिए ट्रस्ट विलेख का प्रारूप (फॉर्मेट)
भारत में, सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना के लिए एक ट्रस्ट विलेख (deed) अनिवार्य दस्तावेज होता है। यह विलेख ट्रस्ट के गठन, उद्देश्यों, कार्यप्रणाली और प्रबंधन का आधारभूत दस्तावेज है।
हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह ब्लॉग पोस्ट केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है और किसी भी तरह से कानूनी सलाह नहीं माना जाना चाहिए। किसी सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना करते समय एक योग्य वकील से परामर्श करना और उस राज्य के विशिष्ट कानूनों के अनुसार विलेख का मसौदा तैयार करना आवश्यक है।
आम तौर पर, एक सार्वजनक धर्मार्थ ट्रस्ट विलेख में निम्नलिखित अनुभाग (sections) शामिल होते हैं:
1. प्रारंभिक (Introductory Clause):
- ट्रस्ट का नाम, स्थापना की तिथि
- ट्रस्ट के संस्थापक (settlor) का नाम और पता
- ट्रस्ट के उद्देश्य का संक्षिप्त विवरण
2. ट्रस्टियों का विवरण (Particulars of Trustees):
- प्रारंभिक ट्रस्टियों के नाम, पते और पदनाम
- ट्रस्टियों की नियुक्ति, हटाने और उत्तराधिकार की प्रक्रिया
3. ट्रस्ट का उद्देश्य (Objects of the Trust):
- ट्रस्ट के विशिष्ट और स्पष्ट उद्देश्यों का विस्तृत विवरण
- ट्रस्ट संपत्ति के उपयोग का उल्लेख
4. ट्रस्ट की संपत्ति (Trust Property):
- ट्रस्ट को स्थापना के समय प्राप्त संपत्ति का विवरण (धन, जमीन, भवन आदि)
- भविष्य में प्राप्त होने वाली संपत्ति के प्रबंधन का उल्लेख
5. ट्रस्टियों की शक्तियाँ और कर्तव्य (Powers and Duties of Trustees):
- ट्रस्टियों को दी गई शक्तियों का विवरण (संपत्ति का प्रबंधन, निवेश, खर्च आदि)
- ट्रस्टियों के कर्तव्यों का उल्लेख (ट्रस्ट संपत्ति की देखभाल, खातों का रखरखाव, बैठकों का आयोजन आदि)
6. बैठकें और मतदान (Meetings and Voting):
- बैठकों के आयोजन की प्रक्रिया (आवृत्ति, सूचना, स्थान आदि)
- निर्णय लेने के लिए गणपूर्ति (quorum) की आवश्यकता
- मतदान प्रक्रिया का विवरण
7. लेखा परीक्षा (Audit):
- ट्रस्ट खातों की वार्षिक लेखा परीक्षा की आवश्यकता
- लेखा परीक्षकों की नियुक्ति और दायित्व
8. ट्रस्ट का विघटन (Dissolution of the Trust):
- ट्रस्ट के विघटन की शर्तों का उल्लेख
- विघटन के बाद ट्रस्ट संपत्ति के निपटारे का तरीका
9. विविध (Miscellaneous):
- विलेख में संशोधन की प्रक्रिया
- विवादों के समाधान की प्रक्रिया
10. हस्ताक्षर और गवाह (Signatures and Witnesses):
- ट्रस्ट के संस्थापक, ट्रस्टियों और गवाहों के हस्ताक्षर
निष्कर्ष:
ट्रस्ट विलेख एक जटिल कानूनी दस्तावेज है और इसे कानूनी पेशेवर की सहायता से तैयार किया जाना चाहिए। उपरोक्त जानकारी केवल एक सामान्य मार्गदर्शिका है और यह हर ट्रस्ट विलेख के लिए समान नहीं हो सकती।
अपने सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट के लिए उपयुक्त विलेख तैयार करने के लिए योग्य वकील से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
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