ट्रस्ट डीड का सैंपल फॉर्मेट हिंदी में जगदीश मिढ़ा द्वारा निर्मित Sample Trust Deed Format in Hindi by Jagdish Midha ट्रस्ट डीड का सैंपल फॉर्मेट हिंदी में जगदीश मिढ़ा द्वारा निर्मित Sample Trust Deed Format in Hindi by Jagdish Midha Format of Trust Deed in Hindi by Jagdish Midha ट्रस्ट डीड का फॉर्मेट हिंदी में ट्रस्ट का फॉर्मेट हिंदी में ट्रस्ट रजिस्ट्रेशन फॉर्मेट ट्रस्ट का संविधान pdf ट्रस्ट डीड फॉर्मेट इन हिंदी I will be the life time chairman of this NGO. ट्रस्ट डीड यह ट्रस्ट डीड आज दिनांक 5 अगस्त 2021 को बनायी गई। ट्रस्ट की स्थापना श्री ABC पुत्र श्री DEF, (आयु G वर्ष (व्यस्क ) , निवासी मकान नम्बर i, j काॅलोनी , तहसील व जिला हनुमानगढ ,राजस्थान) द्वारा की गयी है। श्री abc इस ट्रस्ट के संस्थापक, लेखक एवं अध्यक्ष हैं ट्रस्ट का कार्य क्षेत्र | इस ट्रस्ट के संस्थापक ने समाज सेवा के कार्यो , शैक्षणिक कार्यो एवं धार्मिक कार्यो को करने के लिए इस पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट का निर्माण किया है | स...
How to select the name of the trust? भारत में, एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट (public charitable trust) एक गैर-लाभकारी संगठन है जो समाज के लाभ के लिए काम करता है। ट्रस्ट की स्थापना करते समय सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक ट्रस्ट के लिए एक उपयुक्त नाम चुनना है। एक ट्रस्ट का नाम उसके उद्देश्य को दर्शाता है और लोगों की नज़र में इसकी पहचान बनाता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम भारत में एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट का नाम चुनने के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा करेंगे। नाम चुनते समय ध्यान रखने योग्य बातें ट्रस्ट की गतिविधियां : ट्रस्ट की गतिविधियों और उद्देश्य को दर्शाने वाला नाम सबसे अच्छा होता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका ट्रस्ट बच्चों की शिक्षा के लिए काम कर रहा है, तो नाम में "शिक्षा," "बाल," या "ज्ञान" जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है। सरल और यादगार : ट्रस्ट का नाम सरल होना चाहिए, जिसे याद रखना और उच्चारण करना आसान हो। एक लंबा या जटिल नाम भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है और लोगों के मन में नहीं समाएगा। विशिष्टता : सुनिश्चित करें कि ट्रस्ट का नाम अद्वि...
सार्वजनक धर्मार्थ ट्रस्ट के लिए ट्रस्ट विलेख का प्रारूप (फॉर्मेट) भारत में, सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना के लिए एक ट्रस्ट विलेख (deed) अनिवार्य दस्तावेज होता है। यह विलेख ट्रस्ट के गठन, उद्देश्यों, कार्यप्रणाली और प्रबंधन का आधारभूत दस्तावेज है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह ब्लॉग पोस्ट केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है और किसी भी तरह से कानूनी सलाह नहीं माना जाना चाहिए। किसी सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना करते समय एक योग्य वकील से परामर्श करना और उस राज्य के विशिष्ट कानूनों के अनुसार विलेख का मसौदा तैयार करना आवश्यक है। आम तौर पर, एक सार्वजनक धर्मार्थ ट्रस्ट विलेख में निम्नलिखित अनुभाग (sections) शामिल होते हैं: 1. प्रारंभिक (Introductory Clause): ट्रस्ट का नाम, स्थापना की तिथि ट्रस्ट के संस्थापक (settlor) का नाम और पता ट्रस्ट के उद्देश्य का संक्षिप्त विवरण 2. ट्रस्टियों का विवरण (Particulars of Trustees): प्रारंभिक ट्रस्टियों के नाम, पते और पदनाम ट्रस्टियों की नियुक्ति, हटाने और उत्तराधिकार की प्रक्रिया 3. ट्रस्ट का उद्देश्य (Objects of the Trust)...
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