सार्वजनक धर्मार्थ ट्रस्ट के लिए ट्रस्ट विलेख का प्रारूप (फॉर्मेट) भारत में, सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना के लिए एक ट्रस्ट विलेख (deed) अनिवार्य दस्तावेज होता है। यह विलेख ट्रस्ट के गठन, उद्देश्यों, कार्यप्रणाली और प्रबंधन का आधारभूत दस्तावेज है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह ब्लॉग पोस्ट केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है और किसी भी तरह से कानूनी सलाह नहीं माना जाना चाहिए। किसी सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना करते समय एक योग्य वकील से परामर्श करना और उस राज्य के विशिष्ट कानूनों के अनुसार विलेख का मसौदा तैयार करना आवश्यक है। आम तौर पर, एक सार्वजनक धर्मार्थ ट्रस्ट विलेख में निम्नलिखित अनुभाग (sections) शामिल होते हैं: 1. प्रारंभिक (Introductory Clause): ट्रस्ट का नाम, स्थापना की तिथि ट्रस्ट के संस्थापक (settlor) का नाम और पता ट्रस्ट के उद्देश्य का संक्षिप्त विवरण 2. ट्रस्टियों का विवरण (Particulars of Trustees): प्रारंभिक ट्रस्टियों के नाम, पते और पदनाम ट्रस्टियों की नियुक्ति, हटाने और उत्तराधिकार की प्रक्रिया 3. ट्रस्ट का उद्देश्य (Objects of the Trust)...
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